खसरा नम्बर को कई नामों से जाना जाता हैं. यह एक फारसी शब्द हैं. इस खसरा नम्बर का उपयोग भारत में किसी जमीन की जानकारी प्राप्त करने के लिए किया जाता हैं. खसरा नम्बर विवरण एक कानूनी सरकारी दस्तावेज़ हैं. जो किसी जमीन के टुकड़े की सभी जानकारी प्रदान करता हैं. खसरा नम्बर किसी भूमि के टुकड़े की जानकारी और पहचान के लिए सरकार द्वारा जारी किया जाता हैं.
खसरा नम्बर किसी जमीन के टुकड़े का एक विशिष्ट नम्बर होता हैं. जिसके माध्यम से उस जमीन के टुकड़े की पहचान की जाती हैं. खसरा दस्तावेज़ में जमीन के मालिक का नाम, भूमि का क्षेत्रफल, उस भूमि का उपयोग और उसके चरों तरफ की सीमाओं का विवरण दिया रहता हैं.
खसरा नम्बर निर्धारित करने की प्रक्रिया
- सबसे पहले भूमि के छोटे – छोटे टुकड़े में विभाजित करके उनका विवरण रिकॉर्ड तैयार किया जाता हैं. जैसे – भूमि का क्षेत्रफल, उसकी सीमाएं इत्यादि.
- भूमि के सभी टुकड़े को उनके उपयोग के आधार पर विभाजित किया जाता हैं. और सभी टुकड़े को अलग – अलग पहचान के लिए जो विशिष्ट नम्बर राजस्व विभाग द्वारा जारी किया जाता हैं. उसे ही खसरा नम्बर कहा जाता हैं. प्रत्येक भूमि के टुकड़े का एक अपना विशिष्ट नम्बर होता हैं.
- जब भूमि के टुकड़े का खसरा नम्बर आवंटित कर दिया जाता हैं. तब उसे राजस्व विभाग के रिकॉर्ड में दर्ज कर लिया जाता हैं. यह जानकारी जनपद और तहसील में सुरक्षित रखी जाती हैं.
- जब किसी भूमि के टुकड़े का खरीद बेच होती हैं. तब सिर्फ उस जमीन के टुकड़े का स्वामित्व मालिक का विवरण बदलता हैं. आमतौर पर खसरा नम्बर पहले वाला ही होता हैं.
- आप किसी भी जमीन का विवरण खसरा नम्बर के माध्यम से पता कर सकते हैं.
खसरा नम्बर के लाभ
- भूमि की पहचान – खसरा नम्बर से किसी भूमि को पहचानना आसान हो जाता हैं. क्योंकि इस नम्बर के आधार पर ही उस भूमि का रिकॉर्ड दस्तावेज़ बनाया जाता हैं.
- कानूनी मान्यता – अगर कोई भूमि से संबंधित विवाद हो तो खसरा रिकॉर्ड क़ानूनी रूप से मान्य हैं. इसका क़ानूनी समाधान के लिए उपयोग किया जा सकता हैं.
- भूमि रिकॉर्ड्स में दर्ज – खसरा संख्या के तहत ही भूमि रिकॉर्ड को संग्रहित किया जाता हैं. जिसमे उस भूमि से संबंधित सभी विवरण दिया रहता हैं.
- कर निर्धारण – खसरा संख्या के आधार पर ही भूमि टैक्स लगान का निर्धारण किया जाता हैं.
- विवाद समाधान – किसी प्रकार की भूमि विवाद में खसरा दस्तावेज़ बहुत ही उपयोगी होता हैं.
- भूमि का उपयोग – खसरा नम्बर से यह पता किया जा सकता हैं. की किस भूमि का उपयोग किस उद्देश्य के लिए किया जा रहा हैं.